जिले के सरकारी अस्पतालों में तैनात उन एएनएम व आशा बहू के साथ आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की सेवा जल्द समाप्त की जाएगी जो अपने दायित्व के प्रति लापरवाह हैं। डीएम की ओर से सीएमओ व डीपीओ को जारी निर्देश व दोनों विभाग की ओर से गोपनीय सूची तैयार करने की कवायद सार्वजनिक होने के बाद लापरवाह कर्मियों में हड़कंप मचा है।
शासन के निर्देश पर मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए जिले में भी जननी सुरक्षा कार्यक्रम संचालित होता है। मंगलवार देर शाम डीएम अरुण कुमार की अध्यक्षता में योजना की समीक्षा हुई। इस दौरान डीएम ने पाया कि योजना को अमली जामा पहनाने की जिम्मेदार एएनएम, आशा बहू व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता इसके प्रति लापरवाही बरत रही हैं।
समीक्षा में सामने आए तथ्यों से नाराज डीएम ने सीएमओ डॉ. आरएम श्रीवास्तव को शासन की अति महत्वाकांक्षी योजना के प्रति लापरवाही बरतने वाली सभी एएनएम, आशा बहू व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को चिह्नित कर पहले चेतावनी पत्र जारी करने तथा सुधार न होने पर सभी की सेवाएं समाप्त करने को कहा।
डीएम की ओर से जारी इस निर्देश व सीएमओ तथा डीपीओ की ओर से गोपनीय सूची तैयार करने की बात सार्वजनिक होने के बाद लापरवाह कर्मियों में हड़कंप मचा है।